tag:blogger.com,1999:blog-8095515996789094583.post2523076689533558100..comments2023-09-08T08:14:16.644-07:00Comments on आइये, कुछ बातें करें ! (Let's Talk): अन्ना कांग्रेसी हुए, दिग्गी राजा आप धन्य हैं !!!मनोज कुमार श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/17345943104372024070noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8095515996789094583.post-83056923136067900192012-08-06T22:00:26.020-07:002012-08-06T22:00:26.020-07:00उम्दा प्रस्तुति ,विपक्ष कमजोर तो गलती किसकी है ,जब...उम्दा प्रस्तुति ,विपक्ष कमजोर तो गलती किसकी है ,जब यही बात थी तो ,बी जे पी को खुल कर समर्थन ना देना ,किसकी भूल है ,यानी ,अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना ,शयद इसी को कहते हैBULLhttps://www.blogger.com/profile/01652606554606156191noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8095515996789094583.post-4698407127940479492012-08-06T21:58:04.985-07:002012-08-06T21:58:04.985-07:00उम्दा प्रस्तुतिउम्दा प्रस्तुतिBULLhttps://www.blogger.com/profile/01652606554606156191noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8095515996789094583.post-87106768378658482122012-08-06T21:49:28.443-07:002012-08-06T21:49:28.443-07:00साजिश की आशंका को एक्दम खारिज नही किया जा सकता लेक...साजिश की आशंका को एक्दम खारिज नही किया जा सकता लेकिन इस साजिश थ्योरी मे कई छेद भी है। इस तरह अन्ना के राजनैतिक दल खड़ा करने की नौबत आने देने मे भाजपा की भ्रष्टाचार मे लिप्तता और नकारे पन का भी बहुत बड़ा योगदान है। जब भाजपा विपक्ष और सत्ता के योग्य उम्मीदवार के रूप मे उभरने मे नाकाम है तो इस वैक्यूम को पूरा भी भरा जा सकता है। रही बात कांग्रेस की तो किसी भी सूरत मे उसे इस नये राजनैअतिक दल का फ़ायदा मिलने वाला नही है। आप शायद इस तथ्य को भी नजर अंदाज कर रहे है कि कांग्रेस का मूळ वोट बैक मुसलमान विकल्प मिलने पर कांग्रेस को पूरी तरह एक मुश्त छोड़ भी देते है। बिहार और यूपी इसके सशक्त उदाहरण है ऐसे मे हिंदि भाषी जिन क्षेत्रो मे आज भाज्पा छोड़ कोई ताकत नही है वहा का अपना अंतिम फ़िक्स वोट बैंक खोने का खतरा कांग्रेस किसी भी दिन नही उठायेगी यह उसके पार्टी के रूप मे अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा कर सकता है। वैसे आगे के घटनाक्रमो से ही वास्तविकता का सटीख अंदाजा लगेगा लेकिन तब तक गैर भाजपा गैर कांग्रेस भ्रष्टाचार विरोधी नया दल स्वागत योग्य ही है नकारने से जनता को वैसे भी कुछ मिलने वाला नही हैArunesh c davehttps://www.blogger.com/profile/15937198978776148264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8095515996789094583.post-63088493417086035382012-08-06T18:45:51.528-07:002012-08-06T18:45:51.528-07:00राजनीति भी एक खेल है, मानसिक खेल और इसमें शह मात क...राजनीति भी एक खेल है, मानसिक खेल और इसमें शह मात का चक्र भी चलता ही रहता है, अन्ना और बाबा के आन्दोलन भी कहीं न कहीं इसी राजनीतिक और मानसिक द्वंद के खेल कहे जा सकते हैं, जिसके बारे में सबसे पहले हमें दिग्विजय सिंह ने बताया,"मनोज जी ,मानसिक द्वंद्व कर लें.आपके आलेख और अभिमत के बारे में इतना ही इस देश में आइन्दा दुर-मुख ही श्रेष्ट कहलायेंगे ?वैसे नौ अगस्त दूर नहीं है राम देव जी क्या करेंगे सामने आ रहा है .१५ अगस्त इससे असर ग्रस्त हुए बिना न रहेगा ऐसा कुछ विज्ञ जनों का अनुमान है . <br />_______________<br /><br />ram ram bhai<br />सोमवार, 6 अगस्त 2012<br />भौतिक और भावजगत(मनो -शरीर ) की सेहत भी जुडी है आपकी रीढ़ सेvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8095515996789094583.post-34913334552050353152012-08-06T18:30:52.315-07:002012-08-06T18:30:52.315-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति!
y{]f/e yelsx...>बहुत अच्छी प्रस्तुति!<br />y{]f/e yelsx...>डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com